PM Modi 5 Countries Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2 जुलाई से विदेश दौरे पर रवाना हो रहे हैं....इस बार उनकी यात्रा की अवधि थोड़ी लंबी है...वह पांच देशों के दौरे पर रहेंगे...पीएम की यह यात्रा दो जुलाई से शुरू हो रही है और इस दौरे का समापन 9 जुलाई को होगा... प्रधानमंत्री जिन पांच देशों की यात्रा पर जा रहे हैं...उनके नाम हैं घाना, त्रिनिदाद एंड टोबैगो, अर्जेंटीना, ब्राजील और नामीबिया....दोस्तो, पीएम मोदी के विदेश दौरे की एक खासियत यह भी है कि आम तौर पर वह एक देश की यात्रा नहीं करते...उनकी कोशिश रहती है कि एक बार में कम से कम दो से तीन देशों की यात्रा वह कर लें...
देश हित के लिए पीएम अपने विदेश दौरे का ज्यादा से ज्यादा सदुपयोग करते हैं...वह रात में यात्राएं करते हैं ताकि जिस देश में वह जा रहे हैं वहां दिन में ज्यादा से ज्यादा बैठकें और कामकाज हो सके...वह ज्यादा लोगों से मिल सकें और भारत की फायदे की बात हो सके...इस बार ब्रिक्स सम्मेलन ब्राजील में हो रहा है....भारत इस समूह का सदस्य देश है...तो पीएम का यहां जाना तो अनिवार्य है ...लेकिन चार देशों घाना, त्रिनिदाद एंड टोबैगो, अर्जेंटीना और नामीबिया की ...पीएम की यात्रा कम महत्वपूर्ण नहीं हैं...इन देशों के साथ भारत के आपसी संबंध और रिश्ते पहले से मजबूत हैं लेकिन अब पीएम के इस दौरे से इन देशों के साथ द्विपक्षीय रिश्तों में और रवानगी और मजबूती आएगी...व्यापार, रक्षा, कारोबार, अनुसंधान, स्पेस, सुरक्षा के क्षेत्र में बड़े-बड़े समझौते और पीपल टू पीपल कॉन्टैक्ट बढ़ाने की दिशा में करार हो सकते हैं...
कुल मिलाकर पीएम का यह दौरा भारतीय हितों और वैश्विक मंच पर उभरते भारत के कद के लिए बहुत उपयोगी साबित होने जा रहा है। इन पांच देशों की पीएम की इस यात्रा के बारे में जो जानकारी सामने आई है...उसके बारे में हम यहां आपको बताने जा रहे हैं....तो पीएम सबसे पहले घाना जाएंगे...वह दो से तीन जुलाई तक घाना में रहेंगे...यह बीते तीन दशक में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली घाना यात्रा है....बताया जा रहा है कि अपनी इस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी घाना के राष्ट्रपति जॉन महामा के साथ बैठक करेंगे। दोनों नेता आपसी भागीदारी को मजबूत बनाने के साथ-साथ द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा करेंगे...आर्थिक सहयोग, ऊर्जा, रक्षा और विकास से जुड़े कार्यक्रमों पर बातचीत और करार होगा...पीएम मोदी की यात्रा... घाना, अफ्रीकी यूनियन और इकोनॉमिक कम्यूनिटी ऑफ वेस्ट अफ्रीकन स्टेट्स के साथ करीबी संबंध बनाने की...भारत की प्रतिबद्धता को दर्शाती है
घाना के साथ भारत के रिश्ते की अगर बात करें तो दोनों देशों के संबंध ऐतिहासिक रूप से मजबूत, सौहार्दपूर्ण और सहयोगात्मक रहे हैं...दोनों देशों के बीच संबंध कूटनीतिक, आर्थिक, सांस्कृतिक और विकासात्मक स्तर पर फैले हुए हैं...भारत ने घाना की स्वतंत्रता (1957) के तुरंत बाद 1958 में अक्रा में अपना उच्चायोग खोला था...नई दिल्ली में घाना का भी उच्चायोग है... दोनों देश गुटनिरपेक्ष आंदोलन के संस्थापक सदस्यों में से हैं। व्यापार की अगर बात करें तो दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार लगातार बढ़ रहा है...भारत मुख्य रूप से घाना को फार्मास्युटिकल्स, वाहन, चाय, चावल, मशीनरी और लोहा-इस्पात निर्यात करता है तो वहीं घाना से भारत सोना, कोको, लकड़ी, बॉकसाइट मंगाता है...घाना में भारतीयों की संख्या भी है... घाना में भारतीय उच्चायोग के अनुसार, घाना में लगभग 15,000 भारतीय रहते हैं, जिनमें लगभग 3,000 ने घाना की नागरिकता प्राप्त की है। ये समुदाय कई पीढ़ियों से घाना में निवास कर रहा है ,,कुछ परिवार यहां 70 सालों से भी अधिक समय से हैं...
घाना से प्रधानमंत्री मोदी कैरिबियाई देश त्रिनिदाद एंड टोबौगो के लिए रवाना होंगे...इस देश में वह चार जुलाई तक रहेंगे...पीएम का यह दौरा त्रिनिदाद एंड टोबैगो की प्रधानमंत्री कमला प्रसाद बिसेसर के निमंत्रण पर हो रहा है...साल 1999 के बाद यह किसी भारतीय पीएम की पहली यात्रा है...पीएम मोदी भी पहली बार यहां जा रहे हैं....इस यात्रा के दौरान पीएम यहां के राष्ट्रपति क्रिस्टीन कार्ला कांगलू और प्रधानमंत्री बिसेसर के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे..इस देश के साथ भारत के ऐतिहासिक-सांस्कृतिक और करीबी संबंधों को और मजबूती दी जाएगी...ट्रिनिदाद एवं टोबौगो इस बार भारत को बहुत अधिक सम्मान देने जा रहा है...बताया जा रहा है कि पीएम मोदी यहां की संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करेंगे...
त्रिनिदाद एवं टोबैगो के साथ भारत का रिश्ता आजादी से पहले का है..अंग्रेज 1845 में भारत से गिरमिटिया मजदूर लेकर इस देश में पहुंचे थे... 1917 तक लगभग 1,50,000 भारतीयों को... ब्रिटिश सरकार गिरमिटिया मजदूर के रूप में लेकर यहां आई... आज त्रिनिदाद और टोबैगो की लगभग 40% आबादी भारतीय मूल की है..त्रिनिदाद की राजधानी पोर्ट ऑफ स्पेन में भारतीय उच्चायोग कार्यरत है..भारत मुख्य रू से त्रिनिदाद को ऑटो पार्ट्स, दवाइयां, चावल और इंजीनियरिंग सामान निर्यात करता है तो उससे रासायनिक और ऊर्जा उत्पाद मंगाता है... यही नहीं भारत सरकार त्रिनिदाद के नागरिकों को ITEC स्कॉलरशिप, ICCR छात्रवृत्तियां और प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से तकनीकी और शैक्षिक सहायता देती आई है.. त्रिनिदाद में भारतीय संगीत, फिल्में, हिंदी और भोजपुरी खूब देखी, सुनी और बोली जाती हैं...दीवाली, होली, रामलीला यहां बड़े स्तर पर मनाए जाते हैं..
त्रिनिदाद में इंडियन एराइवल डे 30 मई को राष्ट्रीय अवकाश के रूप में मनाया जाता है...कमला प्रसाद-बिसेसर त्रिनिदाद की पहली महिला प्रधानमंत्री हैं जो कि भारतीय मूल की हैं।
प्रधानमंत्री अपने इस विदेश दौरे के तीसरे चरण में 4 और पांच जुलाई को अर्जेंटीना में होंगे...पीएम का यह दौरा अर्जेंटीना के राष्ट्रपति एच ई जेवियर मिलेई के निमंत्रण पर हो रहा है...चर्चा है कि पीएम मोदी की इस यात्रा के दौरान दोनों देश अपने बहुपक्षीय राणनीतिक सहयोग को और मजबूती देंगे...रक्षा, कृषि, खनन, ऑयल एंड गैस, अक्षय ऊर्जा, कारोबार, निवेश और पीपुल टू पीपुल कॉन्टैक्ट बढ़ाने की दिशा में चर्चा एवं करार होंगे...भारत और अर्जेंटीना के रिश्तों की अगर बात करें तो दोनों देशों के बीच 1950 में औपचारिक राजनयिक संबंध स्थापित हुए...दोनों देशों की राजधानियों — नई दिल्ली और ब्यूनस आयर्स में दूतावास हैं..भारत और अर्जेंटीना संयुक्त राष्ट्र, G-20 और अन्य वैश्विक मंचों पर सहयोग करते आए हैं..
भारत, अर्जेंटीना को फार्मास्यूटिकल्स, ऑटो पार्ट्स, इंजीनियरिंग वस्तुएं, केमिकल्स भेजता है तो भारत अर्जेंटीना से सोयाबीन तेल, कच्चे खनिज, चमड़ा और वाइन मंगाता है..अर्जेंटीना के पास लिथियम का विशाल भंडार भी है...भारत में अर्जेंटीना की सबसे प्रसिद्ध पहचान फुटबॉल और लियोनेल मेस्सी की वजह से है...बुएनोस आयर्स स्थित भारतीय दूतावास के मुताबिक अर्जेंटीना में लगभग ढाई हजार नॉन रेजिडेंट इंडियन और पर्सन ऑफ इंडियन ओरिजन के लोग रहते हैं....
अर्जेंटीना की अपनी यात्रा के बाद पीएम मोदी पांच से आठ जुलाई तक ब्राजील की यात्रा पर रहेंगे...यहां की राजधानी रीयो डि जेनेरियो में वह 17वें ब्रिक्स सम्मेलन में हिस्सा लेंगे...इस समिट में पीएम मोदी वैश्विक संस्थाओं में सुधार, शांति एवं सुरक्षा, बहुपक्षवाद, ऑर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, क्लाइमेट एक्शन, वैश्विक स्वास्थ्य, आर्थिक मामलों सहित ज्वलंत वैश्विक मुद्दों पर अपनी बात रखेंगे...यहां सम्मेलन से इतर प्रधानमंत्री मोदी की राष्ट्राध्यक्षों के साथ द्विपक्षीय बैठकें भी होंगी.... कारोबार, रक्षा, ऊर्जा, अंतरिक्ष, तकनीक, कृषि, स्वास्थ्य, सांस्कृतिक संबंधों को और मजबूत बनाने एवं आपसी सहयोग रणनीतिक भागीदारी को नई ऊंचाई पर ले जाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ब्राजिलिया में राष्ट्रपति लुईस इनासियो लूला डि सिल्वा के साथ बैठक करेंगे...
भारत और ब्राजील के संबंध की अगर बात करें तो दोनों देशों ने 1948 में औपचारिक राजनयिक संबंध स्थापित किए..भारत की ब्राजीलिया में और ब्राजील की नई दिल्ली में दूतावास हैं..दोनों देश ब्रिक्स, इब्सा, जी-20, यूएन जैसे मंचों पर सहयोग करते हैं...भारत, ब्राजील को मुख्य रूप से फार्मास्यूटिकल्स, मशीनरी, इलेक्ट्रॉनिक्स, जैविक रसायन, ऑटो पार्ट्स निर्यात करता है तो वहीं ब्राजील भारत कोकच्चा तेल, सोया, चीनी, कॉफी, पल्प व लकड़ी, और खनिज निर्यात करता है...ब्राजील में भारतीय समुदाय की संख्या करीब 1500 है...
अपने दौरे के अंतिम चरण में प्रधानमंत्री 9 जुलाई को नामीबिया पहुंचेंगे। पीएम का यह दौरा नामीबिया के राष्ट्रपति डॉक्टर नेतुम्बो नंदी दैतवाह के निमंत्रण पर हो रहा है...यह किसी भारतीय पीएम का तीसरा नामीबिया दौरा है...यहां दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय बैठक होगी..पीएम यहां नामीबिया के फाउंडिंग फादर दिवंगत डॉक्टर सैम नुजोमा को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे...यहां भी पीएम मोदी नामीबिया की संसद को संबोधित करेंगे...दोनों देशों के संबंधों की अगर बात करें तो भारत और नामीबिया के बीच राजनयिक संबंध 1990 में स्थापित हुए...दोनों देशों की राजधानियों नई दिल्ली और विंडहोक में दूतावास हैं...भारत, नामीबिया से मुख्यत: तांबा, यूरेनियम, हीरे और अन्य खनिज आयात करता है जबकि भारत, नामीबिया को औषधियां, कृषि मशीनरी, वाहन और टेक्सटाइल निर्यात करता है...भारत में चीता परियोजना नामीबिया के सहयोग से चल रहा है...नामीबिया में भारतीय समुदाय की संख्या करीब 450 है।